जयपुर ब्यूरो। राजस्थान में विधानसभा का सत्र शुरू होने तक अब कांग्रेस विधायकों को जैसलमेर में रहेंगे। राजस्थान में कांग्रेस विधायकों की खरीद फरोख्त की कोशिशों के सबूत मिलने के बाद 13 जुलाई से विधायको को जयपुर के फेयरमोंट होटल में रखा गया था।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक कांग्रेस विधायकों को आज जैसलमेर शिफ्ट किया गया है। विधानसभा का सत्र शुरू होने से पहले किसी तरह की खरीद फरोख्त की कोशिशों को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है।
इससे पहले राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने गुरुवार को संकेत दिया कि वह विधानसभा सत्र में विश्वास मत की मांग करेंगे और दावा किया कि विधायकों को पक्ष बदलने के लिए पैसों की पेशकश की जा रही है। उन्होंने कहा कि जिन बागियों ने पैसा स्वीकार नहीं किया है वे पार्टी में लौट सकते हैं।
उन्होंने पत्रकारों को विधानसभा की व्यापार सलाहकार समिति का जिक्र करते हुए कहा, ‘बहुमत परीक्षण होगा। हम विधानसभा में जाएंगे। बीएसी इसका फैसला लेगी।’ गहलोत ने कहा कि पहले पहली किस्त के रूप में 10 करोड़ रुपये और दूसरी के रूप में 15 करोड़ रुपये दिए जा जा रहे थे। अब ये रेट बढ़ गए हैं।
गौरतलब है कि राजस्थान में विधानसभा का सत्र आयोजित करने के मुद्दे पर राज्यपाल कालराज मिश्र और राजस्थान सरकार के बीच कई दिनों तक सस्पेंस की स्थति बनी रही। विधानसभा का सत्र बुलाये जाने के लिए राजस्थान सरकार की तरफ से राज्यपाल को एक के बाद एक करके चार बार प्रस्ताव भेजा गया। राज्यपाल द्वारा चौथा प्रस्ताव स्वीकार किये जाने के बाद राज्य विधानसभा का सत्र के आयोजन को लेकर रास्ता साफ़ हो गया है।
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